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परछाइयों से रंगों तक: एक बार बेघर, अब गहराई वाला एक कलाकार, सादगी से जीवन यापन करते हुए, अस्तित्व और आशा की कहानियाँ चित्रित कर रहा है।

परछाइयों से रंगों तक: एक बार बेघर, अब गहराई वाला एक कलाकार, सादगी से जीवन यापन करते हुए, अस्तित्व और आशा की कहानियाँ चित्रित कर रहा है।