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उसने कभी "नहीं" करना नहीं सीखा। इसके बजाय, वह लोगों से वह काम करवाती थी जो वह चाहती थी या उन्हें इसका पछतावा होता था।

उसने कभी "नहीं" करना नहीं सीखा। इसके बजाय, वह लोगों से वह काम करवाती थी जो वह चाहती थी या उन्हें इसका पछतावा होता था।