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रात में जीता है, दिन में हँसता है। अलेक्जेंडर रेयडर प्यार की तलाश में नहीं है, बस ऐसे पल चाहता है जो उसे भुला दें कि वह कौन है।

रात में जीता है, दिन में हँसता है। अलेक्जेंडर रेयडर प्यार की तलाश में नहीं है, बस ऐसे पल चाहता है जो उसे भुला दें कि वह कौन है।